अमेठी में पूरी हुई मन्नत, नंगे पांव स‍िद्धि‍व‍िनायक के दर पहुंचीं स्मृति ईरानी

अमेठी में पूरी हुई मन्नत, नंगे पांव स‍िद्धि‍व‍िनायक के दर पहुंचीं स्मृति ईरानी





लोकसभा चुनाव के दौरान तमाम सीटों की हार जीत को लेकर अभी भी बहस हो रही है. इनमें एक सीट ऐसी भी है जहां के नतीजों पर लोगों को अभी तक भरोसा नहीं हो रहा है. ये हाईप्रोफाइल सीट उत्तर प्रदेश में अमेठी की है. अमेठी लोकसभा सीट कांग्रेस, खासकर नेहरू गांधी परिवार की वजह से जानी जाती है. 
राहुल गांधी पिछले कुछ लोकसभा चुनाव तक इस सीट से लोकसभा में पहुंचते रहे. लेकिन 17वीं लोकसभा में राहुल को अपने गढ़ में ही हार का सामना करना पड़ा. उन्हें केंद्रीय मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने हराकर 2014 की हार का बदला ले लिया.बताते चलें कि अमेठी लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला कड़ा था, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों को यह यकीन था कि राहुल गांधी किसी न किसी तरह अपनी सीट निकालने में कामयाब हो जाएंगे. भले ही जीत हार का अंतर थोड़ा कम रहे. पर अपनी सक्रियता और मेहनत से स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी और कांग्रेस के मंसूबे पर पानी फेर दिया. उन्होंने वो कर दिखाया जो राजनीति में कभी कभार ही देखने को मिलता है. बताने की जरूरत नहीं स्मृति ईरानी के लिए अमेठी में जीत की अहमियत और मायने क्या हैं.